टिकाऊ खेती के लिए नई तकनीकियों का समावेश जरुरी : डॉ. कौतु, कृषि विवि में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर 8 दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ

जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन शास्त्र विभाग और एक्शन फॉर सोशल एडवांसमेंट (आसा), भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में टिकाऊ खेती विषय पर 8 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत् शुभारंभ संचालक अनुसंधान सेवायें डॉ. जी.के. कौतु के मुख्यआतिथ्य, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय,जबलपुर डॉ. अनीता बब्बर की अध्यक्षता एवं लखन पाटीदार कार्यक्रम प्रबंधक, आसा, भोपाल के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। इस अवसर पर मुख्यअतिथि की आसंदी से डॉ. जी.के. कौतु ने कहा कि देश की 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है। खेती को टिकाऊ बनाने के लिये कृषि को तकनीक के माध्यम से नई दिशा देने की आवश्यकता है। आपने कहा कि टिकाऊ खेती का मतलब है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाएं बिना, प्राकृतिक संसाधनों का कुशलता से उपयोग करके और भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता बनाएं रखने हेतु भोजन और अन्य कृषि उत्पादों का उत्पादन करना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय,जबलपुर डॉ. अनीता बब्बर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के दौर में कृषि की ओर सभी का झुकाव ज्यादा हो गया है। नई तकनीक को कृषि में समाहित करके उसे अन्य लोगों को भी सिखाना समय की आवश्यकता हो गई है।
मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं आचार्य डॉ. बी.के. दीक्षित ने 8 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्येश्य और इसकी रूपरेखा पर प्रकाश डाला।
लखन पाटीदार कार्यक्रम प्रबंधक ,आसा, भोपाल ने कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन एवं जनेकृविवि के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री पाटीदार ने कहा कि आधुनिक खेती के दुष्परिभाव को देखते हुये जैविक एवं टिकाऊ खेती द्वारा प्रदत्त उत्पादों का व्यवसायीकरण करने की जरूरत है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन शोध छात्रा गायत्री तुरकर एवं आभार प्रदर्शन डॉ. बी.एस.द्विवेदी, प्रशिक्षण सह समन्वयक (वैज्ञानिक) द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र के अवसर पर डॉ. एच.के. राय, डॉ. ए.के. उपाध्याय (प्रशिक्षण समन्वयक) डॉ. राकेश साहू, डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. फूलचंद अमूले, डॉ. किरण पटेल डॉ. शैलू यादव,श्रीमति संगीता ठाकुर, मधुकर, विजय झारिया, रविन्द्र कछावे, श्रीमति सोनिका वर्मा, राजकुमार काछी, श्रीमति दीपा यादव सहित विभाग के समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। इस समूचे कार्यक्रम को आयोजित करने में मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं आचार्य डॉ. ब्रजेश दीक्षित और डॉ. के.के. त्रिवेदी, आसा, भोपाल का विशेष योगदान रहा है।