JabalpurMadhya Pradesh


स्मार्ट मीटर, जर्जर लाइनें और बिजली कटौती ने जबलपुर की जनता को किया बेहाल

कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ ने सरकार और विभाग को घेरा

कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ ‘नाटी’ शर्मा ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा है कि जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के अनेक जिलों में बिजली संकट ने आम जनता का जीना मुश्किल कर दिया है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही, स्मार्ट मीटर की तकनीकी गड़बड़ियाँ, घटिया क्वालिटी की केबल और अचानक की जा रही बिजली कटौती अब जनता के लिए गंभीर संकट बन चुकी हैं। जनता को स्मार्ट मीटर के नाम पर सजा दी जा रही है। सरकार और बिजली विभाग इसे सुविधा बताकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, जबकि ज़मीनी सच्चाई इससे एकदम उलट है।

सौरभ शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं के बिजली बिल अचानक कई गुना बढ़ गए हैं। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बिना किसी पूर्व सूचना के बिजली लाइन काट दी जाती है, जिससे आम लोग तीन-तीन, चार-चार दिनों तक बिना बिजली के परेशान रहते हैं।

उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ, कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। जर्जर और वर्षों पुरानी लाइनें अब तक बदली नहीं गई हैं, और नई जो केबलें डाली गई हैं, वे घटिया गुणवत्ता की हैं। परिणामस्वरूप मामूली लोड या बारिश में केबल जल जाती है और मोहल्लों की बिजली कई दिनों तक गुल रहती है। यह विभागीय भ्रष्टाचार और लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण है।

उन्होंने सवाल किया कि क्या स्मार्ट मीटर और जर्जर लाइनें जनता पर थोपा गया तकनीकी अत्याचार नहीं हैं? बिना सूचना कटौती करना, फिर शिकायत पर कोई सुनवाई न होना, और अधिकारी का जवाब न देना – यह सब दर्शाता है कि बिजली विभाग पूरी तरह असंवेदनशील और गैरजवाबदेह हो चुका है। कांग्रेस का बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ इस मुद्दे को सड़क से विधानसभा तक उठाएगा। यदि विभाग ने जल्द समाधान नहीं किया, तो बड़ा जन आंदोलन होगा।

इसी मुद्दे पर कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के जबलपुर ज़िला अध्यक्ष अनुज श्रीवास्तव ने भी अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि जबलपुर के कई वार्डों से लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि लोग बिना किसी पूर्व सूचना के बिजली कटौती का शिकार हो रहे हैं। हमारी हेल्पलाइन पर हर दिन सैकड़ों शिकायतें आ रही हैं, जिनमें उपभोक्ता यह कह रहे हैं कि बिना कोई कारण बताए स्मार्ट मीटर डिस्कनेक्ट हो जाते हैं, बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है, और जब विभाग से संपर्क किया जाता है तो या तो फोन नहीं उठाया जाता या कार्यालय में कोई ठोस जवाब नहीं मिलता।

आज दिनांक 22 जुलाई को कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के हेल्पलाइन नंबर पर जबलपुर के उपभोक्ताओं से एक गंभीर शिकायत प्राप्त हुई, जिसके बाद प्रकोष्ठ की टीम तत्काल मौके पर पहुँची। यह शिकायत पूर्व संभाग स्थित इंदिरा मार्केट बिजली कार्यालय क्षेत्र से संबंधित थी, जहाँ उपभोक्ताओं ने बताया कि बिना किसी नोटिस के बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं और लगातार तीन दिनों से बिजली आपूर्ति बाधित है। मौके पर मौजूद अधिकारी उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान देने में असमर्थ रहे।

मौके पर टीम को यह भी पता चला कि जिस क्षेत्र में बार-बार बिजली गुल हो रही है, वहाँ घटिया क्वालिटी की केबल डाली गई है, जो थोड़ी सी गर्मी या लोड में ही जल जाती है। इसी वजह से पूरे मोहल्ले की बिजली कई दिनों तक बाधित रहती है, जिससे आम लोगों की दिनचर्या पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुकी है।

अनुज श्रीवास्तव ने कहां यदि शीघ्र ही इस गंभीर स्थिति का समाधान नहीं निकाला गया तो कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ जबलपुर में जनता को साथ लेकर चरणबद्ध जन आंदोलन करेगा। विभागीय कार्यालयों का घेराव, प्रदर्शन और आवश्यकता पड़ने पर तालाबंदी जैसे कदम भी उठाए जाएँगे। यह आंदोलन न राजनीतिक लाभ के लिए होगा, न प्रचार के लिए – यह जनता के हक और सम्मान की लड़ाई होगी।

कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ जनता की हर आवाज के साथ खड़ा है और तब तक खड़ा रहेगा जब तक जबलपुर में बिजली व्यवस्था पारदर्शी, जवाबदेह और जनहितैषी नहीं हो जाती।

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