प्रदेश में सबसे महंगा दूध जबलपुर में बिक रहा, फिर भी सब चुप


जबलपुर । जबलपुर शहर में प्रदेश के अन्य शहरों के मुकाबले सबसे महंगा दूध बिक रहा है| उपभोक्ता मंच ने अन्य शहरों के दूध के रेट का तुलानात्मक अध्ययन रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रस्तुत की थी| दूध के दाम बढ़े आज 11 दिन हो गए है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अभी तक दाम नियंत्रण के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए| यहां बता दें कि गत 1 अगस्त से जबलपुर में दूध के रेट में अचानक बढोत्तरी कर उसे 73 रूपये प्रति लीटर के भाव से बेंचा जा रहा जा रहा है इस संबंध में उपभोक्ता मंच ने अपर कलेक्टर नाथूराम से चर्चा की और उन्हें अवगत कराया कि जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि प्रदेश के अन्य शहरों से दूध के रेट की जानकारी लेकर जबलपुर के डेयरी संचालकों की बैठक आयोजित की जायेगी तथा समस्या का निराकरण किया जायेगा।
लेकिन रेट बढने को 11 दिन बीतने के बावजूद भी अभी तक डेयरी संचालकों की बैठक बुलाई नहीं गई है ।
इससे चिंतित होकर सोमवार को नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौप कर जल्द से जल्द डेयरी संचालकों की बैठक बुलाकर इस समस्या का हाल करने का पुन: निवेदन किया है।
इसके पूर्व में मंच के डॉ.पी.जी. नाजपांडे ने कलेक्टर दीपक सक्सेना से विस्तुत चर्चा कर उन्हें राज्य सरकार द्वारा कलेक्टर जबलपुर को जारी किया गया आदेश प्रस्तुत किया था, जिसमें राज्य सरकार द्वारा कलेक्टर जबलपुर को जारी किया गया आदेश प्रस्तुत किया था, जिसमें राज्य सरकार ने कहा है कि दूध के रेट आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत तय नहीं करेंगे लेकिन दूध की रेट की मानिटरिंग कर जबलपुर में रेट निश्चित किये जायेगें। इस पर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया था कि उन्होंने अधिनस्थों को निर्देश जारी किये हैं कि प्रदेश से अन्य शहरों से दूध के रेट की जानकारी ली जाये तथा तदानुसार डेयरी संचालकों की बैठक आयोजित की जाये।

कलेक्टर जल्द करेंगे डेयरी संचालकों से चर्चा….

अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड ने सोमवार को डॉ.पी.जी. नाजपांडे को आश्वासन दिया कि डेयरी संचालकों को बैठक के संबंध में शीघ्र ही निर्णय लिया जायेगा तदानुसार कलेकटर दीपक सक्सेना से चर्चा की जायेगी।
इस अवसर पर डी.आर. लखेरा, सुशीला कनौजिया, गीता पांडे तथा राममिलन शर्मा उपस्थित थे।