जबलपुर। वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए जहां किसानों की फसलों में अधिकाधिक उपयोग होने वाली एवं उपयोगी यूरिया एवं डीएपी की किल्लत के बीच किसानों को अन्य विकल्पों की तरफ ध्यानाकर्षित करने उन्हें जागरूक करने के लिए स्वदेशी पथ प्रदर्शक समिति के द्वारा संचालित किसान जागरूकता अभियान की अगली कड़ी में पाटन के सिमरिया (सुरैया) में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें संगोष्ठी में पधारे किसान भाइयों को भारत कृषक समाज के वरिष्ठ सदस्य हर नारायण सिंह ठाकुर ने किसान भाइयों को मिट्टी परीक्षण कराने के लिए प्रेरित किया साथ ही यह भी बताया कि मिट्टी परीक्षण से हमे पता चल जाता है कि हमारे खेत में कौन से तत्व किस मात्रा में है और आवश्यकतानुसार हम अपने खेतों में खाद, उर्वरकों का उपयोग करके अपनी लागत भी कम कर सकते है एवं अपने खेत की मिट्टी परीक्षण रिपोर्ट को भी प्रदर्शित किया। इसी मौके पर कृषि विस्तार अधिकारी से फोन पर भी चर्चा करके किसान भाइयों को सैंपल कलेक्शन की प्रक्रिया भी समझाई गई जिससे किसानों में काफी उत्साह देखा गया।
किसान जागरूकता अभियान के संचालक एवं किसान सेवा सेना के अध्यक्ष जितेन्द्र देसी ने किसानों को बताया कि हमे रासायनिक खाद एवं उर्वरकों के विकल्प के तौर पर जीरो बजट खेती, प्राकृतिक खेती, ऑर्गेनिक खेती आदि की ओर रुख करने की आवश्यकता है एवं किसान भाइयों को कम से कम एक एकड़ से प्राकृतिक खेती करने की अपील की।
संगोष्ठी में किसान भाइयों की अन्य समस्याओं एवं उनके पर भी चर्चा हुई। उक्त कृषक संगोष्ठी में सरपंच राजेश अहिरवार, संजय तिवारी (सचिव), डी एल पटेल, रश्मि पटेल, गोपाल पटेल, शैलेन्द्र सिंह का विशेष सहयोग रहा। संगोष्ठी में शिव सिंह, किशोर सिंह, बिहारी सिंह, मनोहर, पुष्पेंद्र सिंह, कमलेश सिंह, विनय, उत्तम सिंह, बलवान सिंह, पंचम लाल, रामकुमार मेहरा सहित अन्य किसान साथी उपस्थित रहे।
