जबलपुर को मिली सबसे बड़े फ्लाईओवर की सौगात के बाद, सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ थैंक्स राकेश भैय्या

 जबलपुर।    जैसे ही मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक फ्लाईओवर जनता को समर्पित हुआ, पूरे जबलपुर सहित प्रदेशभर में सोशल मीडिया पर “जबलपुर फ्लाईओवर” और “थैंक्स राकेश भैय्या” ट्रेंड करने लगा। हजारों लोगों ने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर तस्वीरें और पोस्ट साझा कर इस उपलब्धि का जश्न मनाया। बड़ी संख्या में लोग फ्लाईओवर पर घूमने के लिये पहुंचे.

लोगों ने कहा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का यह योगदान अविस्मरणीय है, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने से लेकर जनता तक पहुंचाने तक लगातार मेहनत की। यही वजह रही कि उद्घाटन के बाद सोशल मीडिया पर मंत्री राकेश सिंह को धन्यवाद देते हुए “थैंक्स राकेश भैय्या” हैशटैग वायरल हो गया।

गौरतलब है की मदनमहल से दमोहनाका तक बना यह फ्लाईओवर करीब 7 किलोमीटर लंबा है और 1200 करोड़ रुपये से अधिक लागत में तैयार हुआ है। इसे प्रदेश का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक फ्लाईओवर माना जा रहा है। इंजीनियरिंग की दृष्टि से यह एक अनोखी उपलब्धि है, जिसमें आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया। इसके शुरू होते ही शहर के यातायात को बड़ी राहत मिली है और आने-जाने में लोगों का समय काफी कम हुआ है।

गडकरी बोले – यह तो शुरुआत है…

वहीं फ्लाईओवर लोकार्पण कार्यक्रम में जिले के विकास की नई कहानी शुरु हुई. यहां लोकार्पण समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एक के बाद एक आधा दर्जन परियोजनाओं का ऐलान कर दिया. श्री गडकरी ने कहा ने कहा कि जबलपुर और महाकौशल क्षेत्र के लिए यह तो केवल शुरुआत है। आने वाले समय में एक के बाद एक कई परियोजनाएं पूरी होंगी, जिनसे क्षेत्र का चेहरा बदल जाएगा।

जबलपुर से मंडला होते हुए छत्तीसगढ़ सीमा तक चार लेन की सड़क बनाई जा रही है, जिससे व्यापार और पर्यटन को नई गति मिलेगी। सिवनी और छिंदवाड़ा से सावनेर तक मार्ग चौड़ा किया जा रहा है, जिससे यात्रा का समय आधा होगा। विशेष टाइगर कॉरिडोर का निर्माण होगा, जो नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व्स को जोड़ेगा और स्थानीय युवाओं को रोजगार देगा। जबलपुर का रिंग रोड अब पूरा होने के अंतिम चरण में है। इसका आखिरी पैकेज भी मंजूर कर लिया गया है। जबलपुर से भोपाल तक ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण होगा, जिसकी लागत करीब 15 हजार करोड़ रुपये होगी। इसका डीपीआर इस साल तैयार होकर अगले साल निर्माण शुरू होगा।  एम्पायर टॉकीज से गुरुद्वारा तक 900 करोड़ की लागत से और सिविक सेंटर से बलदेव बाग तक एक और रोपवे, जो पर्यटन और यातायात दोनों में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।

जनता का उत्साह चरम पर …

फ्लाईओवर पर चलना लोगों के लिए गर्व और उत्साह का विषय बन गया है। उद्घाटन के तुरंत बाद ही लोग सेल्फी लेते नजर आए और सोशल मीडिया पर “जबलपुर फ्लाईओवर” की तस्वीरें शेयर करने लगे। शहरवासी इसे केवल एक आधारभूत संरचना नहीं, बल्कि जबलपुर की नई पहचान के रूप में देख रहे हैं।