शादी के 6 माह बाद दहेज प्रताड़ना का शिकार? नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, मायके वालों ने जताई हत्या की आशंका

जबलपुर/कटंगी। कटंगी थाना क्षेत्र के ग्राम चरगवां में शनिवार को 24 वर्षीय नवविवाहिता सुधा सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुराल पक्ष ने परिजनों को फोन कर बताया कि सुधा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, लेकिन मायके पक्ष ने इसे दहेज प्रताड़ना और हत्या का मामला बताते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
फरवरी में हुई थी शादी
मृतका के बड़े पापा रोहन सिंह, निवासी पाटन ने बताया कि फरवरी 2025 में सुधा की शादी सामाजिक रीति-रिवाज से ग्राम चरगवां निवासी बीरेंद्र लोधी के साथ की गई थी। रक्षा बंधन पर सुधा मायके आई थी और करीब चार दिन पहले ही वह ससुराल लौटी थी। शनिवार दोपहर ससुराल पक्ष ने मायके वालों को फोन पर जानकारी दी कि सुधा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
शव पर मिले चोट के निशान
सूचना मिलने पर परिजन तुरंत अस्पताल पहुंचे। शव को देखकर उन्होंने गंभीर आरोप लगाए। परिजनों के अनुसार, सुधा के हाथ-पैर और गले पर चोटों के स्पष्ट निशान दिखाई दे रहे थे। उनका कहना है कि बेटी के साथ मारपीट की गई और मौत आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या की ओर इशारा कर रही है।
दहेज के लिए प्रताड़ना का आरोप
पाटन अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान बाहर बैठे मायके पक्ष ने आरोप लगाया कि सुधा को शादी के बाद से ही ससुराल वाले रुपये और अन्य सामान की मांग को लेकर लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। सुधा ने कई बार मायके में अपनी पीड़ा जाहिर की थी। मायकेवालों का संदेह है कि या तो सुधा ने प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाई, या फिर ससुरालवालों ने उसकी हत्या कर शव को फंदे में लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
पुलिस ने शुरू की जांच
अस्पताल परिसर में हंगामे की स्थिति बनने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के प्रारंभिक बयान दर्ज किए। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पाटन भेजा गया है। मायके पक्ष ने साफ कहा है कि जब तक ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती, तब तक वे बेटी का शव अंतिम संस्कार के लिए नहीं ले जाएंगे।
जांच में खुलेंगे राज
पुलिस ने मामले की संपूर्ण जांच शुरू कर दी है। सुधा की मौत दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के कारण हुई आत्महत्या है या फिर सुनियोजित हत्या, यह पीएम रिपोर्ट और आगे की विवेचना से स्पष्ट होगा।