
जबलपुर। रविवार को चंद्रग्रहण होने के कारण शहर के सभी प्रमुख मंदिरों के पट दोहपर 12 बजे के बाद देर रात 1 बजकर 26 मिनिट तक सूतक लगने के कारण बंद हो गए, जो दूसरे दिन सोमवार की सुबह खुलेंगे। यानि चंद्रग्रहण के कारण 14 घंटे मंदिर के आराध्य के दर्शन नहीं हो सकेंगे। भारतीय समय के अनुसार ग्रहण की सूतक काल रविवार की दोपहर 12 बजकर 57 मिनिट मिनिट पर प्रारंभ हो गया था। इसके साथ ही मंदिरों के पट बंद हो गए। चंद्रग्रहण रात 9.57 बजे लगेगा और देर रात 1 बजकर 26 मिनिट पर ग्रहण का मोक्ष हुआ। ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटा 2 मिनिट रही।
पीएल गौतमाचार्य ने बताया कि रविवार ग्रहण के कारण सभी मंदिरों के कपाट दोपहर 1 बजे बंद कर दिए गए। ये कपाट पूरी रात बंद रहने के बाद सुबह 4 बजे के बाद ही मंदिरों की धुलाई, पुछाई का काम शुरु हुआ। ग्रहण मोक्ष के बाद तड़के से ही नर्मदा स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में लोग नर्मदा के पावन तट गौरीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट आदि स्थानों पर पहुंचे।