प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर का लोकार्पण : साथ ही मिली शहर को आधा दर्जन नये फ्लाईओवर की सौगात

जबलपुर।  जबलपुर और महाकौशल क्षेत्र को नई उड़ान देने वाले 4250 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित और प्रस्तावित 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला की उपस्थिति में किया गया।  

कार्यक्रम का आरंभ स्वागत से हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नितिन गडकरी का पुष्पगुच्छ, शॉल और रानी दुर्गावती की प्रतिमा भेंट कर अभिनंदन किया। मंच पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद पटेल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके, खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, जबलपुर सांसद आशीष दुबे, महापौर जगत बहादुर सिंह, विधायक अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदु, डॉ. अभिलाष पांडे, सहित अनेक सांसद–विधायक उपस्थित रहे.

फ्लाईओवर के चालू होते ही, पूरे जबलपुर और मध्य प्रदेश के सोशल मीडिया पर जबलपुर फ्लाईओवर ट्रेंड करने लगा. लोगों ने जहां इस उपलब्धि को सेलीब्रेट किया, वहीं पीडब्लयूडी मंत्री राकेश सिंह को धन्यवाद दिया. गौरतलब है इस विश्वस्तरीय फ्लाईओवर के निर्माण में प्रोजेक्ट को अर्श से फर्श तक पहुंचाने उसको शुरु करवाने और उसे अंजाम तक पहुंचा कर जनता को सर्मिपत करने में मंत्री राकेश सिंह का योगदान अतुल्नीय है. जिसकी वजह सोशल मीडिया जबलपुर फ्लाईओवर के साथ साथ थैंक्स राकेश भैय्या भी खूब ट्रेंड हुआ.

यह सिर्फ एक पुल नहीं : गडकरी…….

केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यहा कहा, मुझे याद है जब यहां के सांसद और आपके जनप्रतिनिधि राकेश सिंह ने जबलपुर में फ्लाईओवर की आवश्यकता बताई थी। तब हमने संकल्प लिया था कि इस शहर के यातायात की समस्या को स्थायी रूप से खत्म करना है। आज लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यह फ्लाईओवर आपके सामने है। यह सिर्फ एक पुल नहीं है, बल्कि जबलपुर के आधुनिक स्वरूप की नई पहचान है। मुझे गर्व है कि देश के इतिहास में पहली बार सीआरएफ फंड से इतना बड़ा प्रोजेक्ट मंजूर हुआ और उसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया गया।

जबलपुर को मिली अनमोल धरोहर : डॉ. यादव…………

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने यहां कहा जबलपुर की यह धरती रानी दुर्गावती के शौर्य और जाबालि ऋषि की तपोभूमि से जगत में प्रसिद्ध है। इस पावन नगरी ने देश को संस्कृति और गौरव की अनमोल धरोहर दी है। आज का दिन इस ऐतिहासिक नगरी के लिए स्वर्णाक्षरों में दर्ज होने वाला दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत की विकास यात्रा नई ऊँचाइयों को छू रही है। प्रधानमंत्री ने तीसरी बार सरकार बनने पर कहा था—“आप हमें आशीर्वाद दें, हम आपको विकास देंगे।” आज उसी का परिणाम है कि प्रदेश को 60 हज़ार करोड़ से अधिक की परियोजनाएँ मिली हैं। ग्रीन फील्ड जबलपुर–भोपाल मार्ग, रीवा–उज्जैन–मुरैना तक के हाईवे, उज्जैन–इंदौर–धुले–पुणे और प्रयागराज–जबलपुर–नागपुर हाई स्पीड कॉरिडोर जैसी परियोजनाएँ आने वाले समय में महाकौशल और पूरे मध्यप्रदेश को नई गति देंगी।

जबलपुर की बदलेगी तकदीर…

श्री गडकरी ने यहां कहा, यह तो शुरुआत है। जबलपुर और पूरे महाकौशल अंचल के विकास के लिए हम एक के बाद एक कई बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। जबलपुर से मंडला होते हुए छत्तीसगढ़ सीमा तक चार लेन की सड़क बनाई जा रही है, जिससे यहां का व्यापार और पर्यटन दोनों को नई गति मिलेगी। इसी तरह सिवनी और छिंदवाड़ा से होते हुए सावनेर तक का मार्ग चौड़ा किया जा रहा है, जिससे यात्रा का समय आधा होगा और लोगों को राहत मिलेगी। जबलपुर को हमने विशेष टाइगर कॉरिडोर की सौगात दी है। हजारों करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह मार्ग यहां के नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व्स को जोड़ेगा। इससे न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। जबलपुर का रिंग रोड भी अब पूरा होने की ओर है और इसका अंतिम पैकेज भी मंजूर कर लिया गया है। यह रिंग रोड शहर के यातायात को सुगम बनाएगा और औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच आसान करेगा। इतना ही नहीं, जबलपुर से भोपाल तक ग्रीनफील्ड हाईवे बनाया जाएगा। करीब पंद्रह हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह आधुनिक मार्ग प्रदेश की तस्वीर बदल देगा। इसका डीपीआर इस साल पूरा होगा और अगले साल निर्माण शुरू हो जाएगा। जबलपुर के लिए रोपवे परियोजनाएं भी स्वीकृत की गई हैं। एम्पायर टॉकीज से गुरुद्वारा तक लगभग नौ सौ करोड़ की लागत से रोपवे बनेगा, वहीं सिविक सेंटर से बलदेव बाग तक एक और रोपवे का निर्माण होगा। यह सुविधाएं इस शहर के पर्यटन और यातायात दोनों में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगी।

सबसे बड़ा फ्लाईओवर बना आकर्षण…

मदनमहल से दमोहनाका तक बना फ्लाईओवर इस कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण रहा। लगभग 7 किलोमीटर लंबा और 1200 करोड़ से अधिक लागत वाला यह फ्लाईओवर प्रदेश का सबसे बड़ा माना जा रहा है। इंजीनियरिंग की दृष्टि से भी यह एक अद्भुत उपलब्धि है। इसमें अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। इसके बनने से शहर के यातायात को बड़ी राहत मिलेगी और लोगों का समय बचेगा।

अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण–शिलान्यास …

इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ। इनमें रीवा बाईपास चौड़ीकरण, नौरादेही टाइगर रिजर्व से होकर गुजरने वाला फोरलेन कॉरिडोर, मंडला–नैनपुर सड़क, कटनी बाईपास और जबलपुर–भोपाल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे शामिल हैं। इन सभी परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपये खर्च होंगे और ये प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देंगे।