3400 करोड़ के स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट में घोटाले की आशंका, गुणवत्ता का सत्यापन नहीं, छानबीन रिपोर्ट गायब


जबलपुर। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी को स्मार्ट मीटर निर्माण कम्पनी द्वारा सप्लाई हुए मीटरों के गुणवत्ता तथा टेक्निकल रिपोर्ट का सत्यापन नहीं हुआ| निर्माण कंपनी की रिपोर्ट के आधार पर ही स्मार्ट मीटर लगाये गये है कि नहीं, मीटरों को दोषमुक्त करने की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है, वह गायब है । ऐसे में 3400 करोड़ के स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट में भारी घोटाला होने की आशंका है। अभी तक 11.30 लाख मीटर लगाये गये है, जिनमें यह धांधली हुई है।
यह आरोप लगाते हुए नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ.पी.जी. नाजपांडे ने डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस समूचे मामलें को ई.ओ.डब्ल्यू को भेजकर जॉच करने का आग्रह किया है।

क्या है मामला…………

पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने स्वयं की टेक्निकल कमेटी गठित की थी। स्मार्ट मीटरों के खरीदी हेतु जारी किये गये टेन्डरों में निर्देशित गुणवत्ता के आधार पर सप्लाय किये गये मीटरों की वास्तविक गुणवत्ता की जॉच करने की जिम्मेदारी इस कमेटी को सौपी गई थी। कमेटी ने मीटर सप्लाय करने वाली कम्पनी के टेक्निकल रिपोर्ट की छानबीन कर मीटरों में पाये गये दोषों में दुरूस्ती करने को कहा था, तथा इस बावद् पुन: रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था।
किन्तु की गई कार्यवाही रिपोर्ट (एक्शन टेकन रिपोर्ट) पुन: वापिस पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के टेक्निकल कमेटी के पास भेजी ही नहीं गई। अत: पूरी छानबीन नहीं हुई । सप्लाई किये गये मीटरों के गुणवत्ता का सत्यापन नहीं हो पाया है ।

रिपोर्ट गायब है……….

मंच के रजत भार्गव, डी.आर. लखेरा, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, सुशीला कनौजिया, गीता पांडे, राममिलन शर्मा ने बताया कि स्मार्ट मीटरों के रिपोर्ट गायब है । गुणवत्ता सत्यापन रिपोर्ट कही पर उपलब्ध नहीं है । अत: जॉच जरूरी है ।