जबलपुर| रांझी थाना अतंर्गत व्हीएफजे मढ़ई निवासी एक व्यक्ति को सायबर ठगों ने उसके मोबाइल नंबर से मनी लॉड्रिंग होने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया और धमकाया कि सायबर सेल डिपार्टमेंट मुंबई में आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज है आपके खातों की जांच होगी, और आपको जेल जाना पड़ेगा, इस तरह से डरा धमकाकर 16 लाख 60 हजार रुपए सायबर ठगों ने अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए| रुपए जब वापस नहीं मिले तब पीड़ित को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो गई| पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ सायबर ठगी का मामला दर्ज कर लिया है|
रांझी थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया कि व्हीएफजे मढ़ई बिहारी मोहल्ला निवासी 51 वर्षीय योगेंद्र कुमार पटेल के मोबाइल पर 22 जुलाई को 8.56 पर एक अज्ञात व्यक्ति ने अपना नाम राजेश अग्रवाल बताते हुए कहा कि वह टेलीकाम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इण्डिया से बात कर रह है| बातचीत के दौरान उसने कहा कि आपके आधार कार्ड से एक सिम जारी हुआ है और उस सिम से मनी लॉड्रिंग की गई| जिससे आपके विरुद्ध मुंबई में एफआईआर क्रमांक एमएच 1045/0625 दर्ज हुई है और उसने कहा कि अब आपकी कॉल को ट्रांसफर किया जा रहा है अब दूसरे नंबर से फोन आयेगा| ठीक 09.20 बजे वाट्सएप पर दूसरे मोबाईल नम्बर से एक मैसेज आया जिसमे सायबर सेल डिपार्टमेंट मुंबई लिखा था उसके बाद उसी मैसेज पर उसने अपना नाम और राजेश कुमार अग्रवाल द्वारा बताई गई एफआईआर नम्बर लिख कर भेजा उसके बाद उसे वाट्सएप काल किया और कहा कि आपकी सिम से जो अनैतिक कार्य हो रहे है उसमें एफआईआर दर्ज है उसमें 08 करोड की हेराफेरी हुई है, आप मनी लॉड्रिंग केस में फंसे है लिहाजा आपके और आपकी पत्नी के खातों के ट्रांजेक्शन की जांच करनी पड़ेगी नही तो आपको और आपकी पत्नी को १० साल के लिये जेल जाना पड सकता है। वह उनकी बातों में आकर डर गया और पूछा कि इसके लिए क्या करना पडेगा तो उससे उसकी व्यक्तिगत प्रापर्टी एवं सेविग्स की जानकारी मांगी तो उसने अपने व पत्नी के बैंक खातों व आरडी की जानकारी बता दी तब वह बोला की मैं आपको बैंक खाता नम्बर दूंगा जिसमे आपको रुपये डालने पड़ेगा इसके बाद उस व्यक्ति ने उसे एक बैंक खाता नम्बर भेजा और कहा कि इसमें आप अपनी पत्नी के खाते से रुपये भेजो तो दिनांक 22 जुलाई को अपनी पत्नी के स्टेट बैंक के खाता 2 लाख 46 हजार 257 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से बताये खाते में ट्रांसफर किए इसके बाद दिनांक 24 जुलाई को फिर से एक बैंक खाता भेजा और कहा कि आप अपनी आरडी व अपने बैंक खाते के रुपये भेजो जिस पर उसने अपनी पोस्ट आफिस से आरडी तुड़वाकर अपने यूको बैंक के खाता से बतायेनुसार राशि 9 लाख 14 हजार 405 रुपये बताये हुये बैंक खाते में डाल दी, इसके बाद दिनांक 28 जुलाई को उससे कहा कि जमानत के लिए 5 लाख रुपये बैंक खाता में भेजो तब उसने अपने परिचितों से पैसा उधार लेकर यूको बैंक के खाता से 5 लाख रुपये उसके बताये खाता में डाल दिये। इसके बाद पूछा कि मेरे खातों की जांच हो गई हो तो मेरे रुपये वापिस कर दीजिए जिस पर उसने रुपये वापिस करने से मना कर दिया जिसके बाद लगा कि अज्ञात व्यक्ति के द्वारा उसके साथ एफ. आई. आर. व जेल जाने का डर दिखाकर 16 लाख 60 हजार 662 रुपये की आनलाईन धोखाधड़ी की गई है। शिकायत पर अज्ञात आरोपियो द्वारा धारा 318 (4) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
