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पश्चिम मध्य रेलवे ने प्रथम तिमाही में 2278 करोड़ रूपये से अधिक ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया

गत वर्ष की तुलना में ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू में लगभग 7 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई

जबलपुर 20 जुलाई। महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के द्वारा विभिन्न बैठकों में समय-समय पर पश्चिम मध्य रेलवे की ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू बढ़ाने के निर्देश दिए जाते हैं। इसी कड़ी में प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एवं प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक के निर्देशन में वाणिज्य/परिचालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कार्य करते हुए जबलपुर, भोपाल एवं कोटा तीनों मण्डलों में रेल राजस्व बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास भी किये जा रहे हैं। जिसके चलते चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल से जून तक पश्चिम मध्य रेल ने कुल रुपये 2278 करोड़ 26 लाख का ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया, जो गत वर्ष इसी अवधि की तुलना में 2123 करोड़ 22 लाख ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू अर्जित किया है। यह ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू लगभग 7 प्रतिशत वृद्धि को दर्शता है।  
    ऑरिजिनेटिंग रेवेन्यू पर मद वाइस आय पर नजर डालें तो यात्री यातायात से रुपये 633 करोड़ 76 लाख, माल यातायात से रुपये 1525 करोड़ 04 लाख, अन्य कोचिंग मद में रुपये 47 करोड़ 90 लाख एवं विविध आय यानि संड्री से रुपये 71 करोड 56 लाख का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है।
 
*यात्री यातायात में रेलवे राजस्व बढ़ाने के लिए पमरे द्वारा निम्नलिखित प्रयास किये जा रहे हैं:-*

 यात्रियों के लिए रेल यात्रा को सुरक्षित और बेहतर बनाया गया।
 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा हैं। 
 पमरे से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि को विस्तारित कर चलाया जा रहा हैं।
 यात्री ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची को क्लीयर करने के लिए अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं।
 पश्चिम मध्य रेल में मिलने वाले प्रायोगिक ठहराव की अवधि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया जा रहा हैं।
 अधोसरंचना कार्यों में गति प्रदान कर यात्री ट्रेनों की गति में वृद्धि की गई साथ ही समयपालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

*माल यातायात में रेलवे राजस्व बढ़ाने के लिए पमरे द्वारा निम्नलिखित प्रयास किये जा रहे हैं:-*

 मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि करके अलग-अलग रेल खण्ड की क्षमता में वृद्धि और इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया गया।
 माल गोदामों में राउण्ड द क्लॉक यानि चौबीस घंटे लोडिंग एवं अनलोडिंग सेवाएं दी जा रही।
 गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल / साइडिंग को बढ़ाने का निरंतर प्रयास किये जा रहे है।
 नई रेल लाइन/दोहरीकरण/तिहरीकरण जैसे अधोसरंचना कार्यों में गति प्रदान की जा रही है।
 मालगाड़ियों में ऑपरेशनल सुधार भी किए जा रहे है।
 गुड्स टर्मिनल की वर्किंग में सुधार एवं मालगाड़ियों के डिटेंशन को कम किया गया है।

*अन्य कोचिंग एवं विविध आय यानि संड्री रेवेन्यू के लिए पमरे द्वारा निम्नलिखित प्रयास किये जा रहे हैं:-*

 गैर किराया राजस्व (नॉन फेयर रेवेन्यू) में वृद्धि के लिए नवाचारों और नविन अवधारणाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। 
 कैटरिंग, पार्किंग, वन स्टेशन वन प्रोडक्ट, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र एवं एनएफआर सम्बंधित कई अनुबंध किये जा रहे है।
 वाणिज्यिक विज्ञापन, मल्टी परपस स्टॉल, ट्रेनों में विनाइल रैपिंग इत्यादि जैसे अनुबंधों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
नई अभिनव गैर किराया राजस्व विचार योजना (निनफ्रीस) निति के तहत नयी-नयी योजनाओं को लागु किया जा रहा है।

पश्चिम मध्य रेलवे तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल एवं कोटा द्वारा रेलवे राजस्व वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।

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