सड़कों से नहीं हट रहा मवेशियों का डेरा

ग्वारीघाट में कार की चपेट में आई गाय की मौत

जबलपुर। शहर में गौवंश के सड़कों पर कब्जा होने से एक तरफ जहां गौवंश चोटिल हो रहा है, वहीं दूसरी ओर वाहन भी दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं. कहीं मूक पशु मारे जा रहे हैं, कहीं मानवता के खून से सड़के रंग रही हैं. तो कहीं इस बीच कर्तव्यों की इतिश्री सिर्फ कागजों पर की जा रही है. इन हालातों के लिये जितना पशुपालक जिम्मेदार हैं, उतना ही नगर निगम प्रशासन और आमनागरिक भी जिम्मेदार है.
नगर निगम ने विधानसभा वार आवारा मवेशियों की धड़पकड़ करने और पशु पालकों पर जुर्माना लगाने की डयूटी लगाते हुये अधिकारियों के नम्बर में सार्वजनिक किये है. जिम्मेदार काम नहीं कर रहे, आम लोग सूचना नहीं दे रहे, पशुपालक बेपरवाह हैं. जिससे आए दिन घटनाएं हो रही हैं.
रविवार की सुबह ग्वारीघाट मार्ग पर गणेश मंदिर के सामने एक कार चालक की चपेट में आई गाय की मौत हो गई. जिसके बाद कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई. लोगों ने ड्रायवर की जमकर धुनाई की.
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्वारीघाट गणेश मंदिर के पास रविवार तड़के पांच बजे एक कार चालक की कार के नीचे बीच सड़क में बैठी गाय कार की चपेट में आ गई.
जिससे गाय की मौत हो गई. कार एक ट्रैवल एजेंसी की बताई जा रही है. जिसका नम्बर एमपी 20 जीए 0568 बताया गया है. जिसे मनोज कुशवाहा नाम का ड्रायवर चला रहा था. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने ग्वारीघाट पुलिस को सूचना दी. पुलिस द्वारा कार्यवाही में हीला हवाली बरती गई.

वहीं स्थानीय लोगों ने मिलकर कर को चारों तरफ से उठाकर गौ माता को बाहर निकला.
गौशाला माफिया खा रहा अनुदान ….
समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव आशीष कुमार मिश्रा ने आरोप लगाया है की शहर में अनेक गौशालाएं संचालित हैं और सरकार अनुदान भी दे रही है, उसके बाद भी गौवंश की रक्षा नहीं हो पा रही है. लगातार सड़कों पर गोवंश दुर्घटना  के चलते दर्दनाक मृत्यु का शिकार हो रही है इसका दोषी कौन है. सरकार, जिला प्रशासन, नगर निगम या गऊ पालक देखने में आया है की सड़क पर आए दिन गोवंश दुर्घटना का शिकार हो रही है इस ओर किसी का कोई भी ध्यान नहीं है जहां पूरे जिले में अनेक गौशाला सरकार के द्वारा अनुदान के माध्यम से चल रही है फिर भी जिले में गोवंश निराश्रित होकर सड़कों पर भटक रही है और अनुदान की राशि गौशाला माफिया खा रहे हैं.
सपा ने लगाए प्रशासन पर गंभीर आरोप…
समाजवादी पार्टी प्रदेश सचिव आशीष मिश्रा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि गौवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिये सरकार गंभीर है और योजनाएं चला रही है. फिर भी जिला और नगर निगम प्रशासन द्वारा लगातार घोर लापरवाही बरती जा रही है. शहर के व्यस्ततम इलाके में चौबीसों घंटे पालतू और निराश्रित मूक पशू सड़कों पर डेरा जमाए रहते हैं. उन्होंने चेतावनी दी है की  जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा क्योंकि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है इस तरीके से सड़कों पर गौवंश की दुर्दशा को लेकर बहुत पीड़ा भी है और आक्रोश भी है।