निर्माण कार्य बने मजाक, व्यापारियों की कमर टूटी, जिम्मेदार खामोश
दमोहनाका सिर्फ एक चौराहा नहीं है। जबलपुर के यातायात की रीढ़ की हड्डी है। दमोहनाका कई शहरों को जबलपुर शहर से जोड़ता है। शहर के कई भागों को आपस में जोड़ता है। इसी विकास के नाम पर जो मजाक दमोह नाका के साथ बीते एक माह से जारी है, उसे कई शहर के लोग भुगत रहे हैं, शहर के कई लाख भुगत रहे हैं, दमोहनाका के चारों तरफ स्थित दुकानदार और कारोबार भुगत रहे हैं। हर कोई यह सवाल कर रहा है जब मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर बिना पूर्ण रूप से रास्ता बंद किए बन गया, तब इस सड़क निर्माण के लिये पूरे चौराहे को बंद कर देना किसके दिमाग की उपज है। बुधवार को एक बार फिर जिला प्रशासन ने यह ऐलान कर दिया है कि दमोहनाका में चल रहे सड़क निर्माण के चलते रास्ता 15 जुलाई तक बंद रहेगा। यह लगातार तीसरी बार है जब जिला प्रशासन ने बिना कोई स्पष्ट जानकारी के यह मार्ग को बंद रखने की तारीख बढ़ाई।

गलत समय…
हमेशा से यह अघोषित नियम रहा है कि कोई भी बड़ा निर्माण कार्य बरसात में नहीं होता, उसे या तो बरसात के पूर्व पूरा किया जाता है या बरसात के बाद शुरू किया जाता है। लेकिन दमोहनाका सड़क-नाली निर्माण में सबसे बड़ा सवाल समय के चयन पर ही है। बरसात में सड़क-नाली का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे सीमेंट-रेत बह रही है, मसाला सही अनुपात में नहीं बन रहा है। कंक्रीट बह रही है, खराब हो रही है। 1 दिन के काम में 7 दिन लग रहे हैं। जानकारों का मानना है, ऐसे हालात में जो सड़क-नाली बनाई जा रही है, वो कितने दिन टिकेगी कोई नहीं जानता है।
कारोबार ठप…
वहीं दमोहनाका से आईसीबीटी और आसपास के मार्ग पर जो दुकानें और बाजार हैं, वो पूरी तरह ठप हैं। एक-दो दिन यदि कारोबार बंद रहे तो परेशानी हो जाती है। लेकिन जिनका कारोबार 1 महीने से बंद है, उनकी आर्थिक जीवन में हाहाकार की स्थिति बनना सामान्य है। लेकिन जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग को आमजन की परेशानी नजर नहीं आती।
रहवासी परेशानी….
दमोहनाका से आईबीटी तक के मार्ग के दोनों तरफ 2 दर्जन से अधिक कॉलोनियां बसी हुई हैं, जहां हजारों की तादाद में जबलपुरवासी निवासरत हैं। बच्चों के स्कूल खुल चुके हैं, कॉलेज चालू हैं, नौकरीपेशा लोगों को दफ्तर-फैक्ट्री जाना है। यह सब दमोहनाका मार्ग बंद होने से परेशान हैं। मार्ग बंद हुए अब 1 महीना हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार मौन हैं। इन्हें हर दिन लंबा रूट तय करके आना-जाना पड़ रहा है।
कहीं कोई स्टॉपर, डायवर्जन सूचना नहीं…
सागर, दमोह, नागपुर आदि शहरों से आने वाले लोग, प्रदेश और देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले लोग पाटन बायपास, आईएसबीटी बस स्टैंड से होते हुए शहर आते हैं। लापरवाही की इंतिहा यह है कि पाटन बायपास, आईबीटी, दीनदयाल चौक कहीं भी स्टॉपर, डायवर्जन साइन, मार्ग बंद की सूचना नहीं लगाई गई है, जिससे बाहर से आने वाले लोग दीनदयाल चौराहा पार करते हुए दमोहनाका तक पहुंच रहे हैं। उसके बाद उन्हें पता चलता है कि आगे मार्ग बंद है।
15 जुलाई तक रहेगा बंद…
लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवेंद्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दमोह नाका चौक पर सड़क एवं नाली निर्माण का कार्य वर्षा के कारण बाधित हुआ है और शेष बचे कार्य को पूरा करने इस मार्ग को वाहनों के आवागमन के लिये अब 15 जुलाई तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि दमोह नाका चौक को आवागमन के लिये बंद किये जाने की अवधि बढ़ाये जाने से इस मार्ग पर यातायात का डायवर्जन पूर्व के अनुसार ही रहेगा। उन्होंने बताया कि आधारताल से दमोह नाका की तरफ आने वाले वाहन मेट्रो बस, हैवी व्हीकल, कार, ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा आदि को गोहलपुर थाने से अमखेरा रोड से खजरी बायपास मार्ग का इस्तेमाल कर सकेंगे, जबकि दोपहिया वाहन शांति नगर चौक से दाहिने और डायवर्ट होते हुए पाटन मार्ग का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसी प्रकार रानीताल चौक से दमोह नाका की ओर आने वाले ट्रैफिक मेट्रो बस, हैवी व्हीकल, कार, ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा आदि को बल्देवबाग चौक से एमआर-4 रोड की तरफ बाएं ओर मार्ग डायवर्ट रहेगा। इस मार्ग पर आने वाले दोपहिया वाहनों के लिये गोपाल आर्केड पिलर नंबर 33 से बाईं ओर के मार्ग का उपयोग कर सकेंगे। वहीं पाटन एवं आईएसबीटी चौक से दमोह नाका की तरफ आने वाले वाहन मेट्रो बस, हैवी व्हीकल, कार, ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा आदि को आईएसबीटी से खजरी बायपास होते हुए अमखेरा रोड की ओर डायवर्जन रूट पर चल सकेंगे तथा इस मार्ग पर आने वाले दोपहिया वाहन मेट्रो हॉस्पिटल की बाईं ओर के डायवर्टेड रूट का इस्तेमाल कर सकेंगे।